Maharashtra
Deputy Commisioner of Police in Nagpur Praises Brahma Kumaris
On the occasion of Bhai Dooj (Brothers and Sisters) Festival, the Brahma Kumaris of Vasantnagar, Nagpur, invited the newly appointed Deputy Commisioner of Police (DCP), Mr. Gajanan Rajmane, where he was felicitated by the Brahma Kumaris sisters with a shawl and a Godly gift. On this occasion, BK Rajini, Co-ordinator of Brahma Kumaris centers in Nagpur, BK Manisha, BK Sushil and other Brahma Kumaris were present.
Mr. Gajanan Rajmane shared his experiences, how he received the true introduction of God and shared the full form of DCP as “Direct Connection to Paramatma (Supreme)“. The knowledge and the services offered by the Brahma Kumaris should reach everyone in the world and their knowledge is peerless (beyond or above comparison). He shared how he spent a lot of time in search of God in studying the scriptures but could not find Him. For fifteen years, he has been in contact with the Brahma Kumaris and appreciates the activities of the Brahma Kumaris, as he has learned a lot in his life from them and agrees with the Godly knowledge they share. He shared his experience how, during his tenure, the selling of drugs decreased to a large extent.
पूरे विश्व में कार्यरत ब्रह्माकुमारीस संस्था की ओर से ब्रह्माकुमारीस नागपुर की सभी शाखाओं में दीपावली का त्योहार अत्यंत उत्साहपूर्वक मनाया गया । सेवाकेंद्र में चैतन्य आकर्षक लक्ष्मी-नारायण की झांकी सजायी गयी थी, चैतन्य झांकी देख सभी बहुत मंत्रमुग्ध हुए । दीप प्रज्वलन, रंगोली तथा बच्चो द्वारा नृत्य प्रस्तुत हुये तथा सभी को मिठाई बाटी गयी । नागपूर क्षेत्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी रजनी दीदी ने सभी को दीपावली की मुबारक दी तथा उन्होंने दीपावली पर्व का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत के त्यौहारों में दीपावली का अनन्य महत्व है। वर्तमान कलियुग के अंत में परमात्मा के अवतरण पर सभी आत्माओं के जीवन का अंधकार नष्ट होकर परमात्म ज्ञान से जीवन में रोशनी आ जाती है । आत्माओं के तमोगुणी संस्कार को परिवर्तन कर, सतयुगी दैवी संस्कारों का उदय करना, दैवी संस्कार धारण करना ही दिवाली मनाना है । दैवी संस्कारों को धारण करने से ही हम लक्ष्मी-नारायण समान श्रेष्ठ देवी-देवता बन सकते हैं । जिस घर में स्वच्छता के साथ साथ, चरित्र में सत्यता और सदगुण होते है, सबके प्रति शुभभावना होगी, व्यवहार में मिठास होगी वहां सदैव लक्ष्मी का वास रहेगा।
भाईदूज के अवसर पर मालेगांव से नागपुर स्थानातंरण होने पर नवनियुक्त डीसीपी भ्राता श्री गजानन राजमाने जी ने यहां वसंतनगर स्थित सेवाकेंद्र को भेट दी । सेवाकेंद्र में पहुंचने पर भाईदूज के अवसर पर उनका ब्रह्माकुमारीस बहनों ने शाल पहनाकर और परमात्मा शिव का सुन्दर चित्र प्रदान कर उनका सत्कार किया । इस अवसर पर नागपुर सेवाकेंद्रों की संचालिका ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी रजनी दीदी, उपसंचालिका ब्रह्माकुमारी मनीषा दीदी, ब्रह्माकुमार सुशील भाई एवं अनेक ब्रह्माकुमार – ब्र्रह्माकुमारीया उपस्थित थे । इस अवसर पर डीसीपी भ्राता गजानन राजमानेजी ने अपना अनुभव सभी के साथ सांझा किया । उन्हेांने भगवान शिव का बहुत सुन्दर परिचय दिया और कहा कि डीसीपी अर्थात ‘डायरेक्ट कनेक्शन टू परमात्मा’ । डीसीपी के बारे में अनोखा परिचय सुनकर सभी काफी हास्यविस्मित हुए । उन्होंने आगे कहा कि ब्रह्माकुमारीस ईश्वरीय विश्व विद्यालय में दिया जा रहा परमात्मा शिव का ज्ञान सारे संसार के लोगों को मिलना चाहिए और यह ज्ञान उनके लिए बहुत ही बेजोड रहेगा । उन्होंने परमात्मा के खोज में कई ग्रंथों का भी अध्ययन किया परंतु परमात्मा का परिचय नहीं जान पाये । ब्रहमाकुमारीज् के संपर्क में पंद्रह वर्षो से है, ब्रह्माकुमारीस के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि अपने अनुभव में… उनके कार्यकाल में शराब की बिक्री काफी हद तक कम हो गयी थी । उन्होंने कईयों से चर्चा भी की तथा ब्रह्माकुमारीस से बहुत कुछ सीखा है और जीवन में परमात्मा के ज्ञान को अंगीकार किया है ।