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Haryana

"Yoga For Women" workshop at Om Shanti Retreat Center, Gurugram

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Ms SUSHMA SETH, Eminent Film and television actress, Ms KIRAN PURI, Joint Secretary, Administrative Reforms & Public Grievances, Government of India and other important dignitaries attended the program and delivered their views during the one day workshop organised at Om Shanti Retreat Center in Gurugram on the topic “Yoga for Women”.

महिलाओं के लिए योग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
ब्रह्माकुमारीज़, आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं इंडियन मेनोपॉज सोसाइटी के संयु1त तत्वाधान में महिलाओं के लिए योग कार्यक्रम
स्वास्थ्य के समग्र विकास के लिए योग की महत्वपूर्ण भूमिका
योग से आती है भावनात्मक मजबूती
४ मई २०१८, गुरूग्राम
ब्रह्माकुमारीज़ के ओम् शान्ति रिट्रीट सेन्टर, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय एवं इंडियन मेनोपॉज़ सोसाइटी (आईएमएस) के संयु1त तत्वाधान में गुरूग्राम के सुशान्त लोक फेस-१, पार्क प्लाजा में महिलाओं के लिए योग एवं उससे होने वाले लाभ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयेाजन हुआ। कार्यक्रम में योग विशेषज्ञों द्वारा योग की गहन जानकारी दी गई। कार्यक्रम में विशेषज्ञ डा1टर्स के द्वारा स्त्रीरोग, हारमोनिक असन्तुलन, डिप्रेसन और आहार स6बन्धी अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां एवं सुझाव दिये गये। कार्यक्रम में पैनल डिस्कशन के माध्यम से भी व1ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम को स6बोधित करते हुए भारतीय फिल्मों एवं टेलीविजन की मशहूर अदाकारा सुष्मा सेठ ने कहा कि योग और प्राणायाम महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि योग से मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं। योग मन की सकारात्मक ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत की संयु1त सचिव किरण पुरी ने कहा कि तनाव स्तर को कम करने के लिए योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि योग एक चिन्तन है जो हमारे वास्तविक स्वरूप का दर्शन कराता है। योग के अ5यास से ही जीवन मूल्यनिष्ठ बनता है। उन्होंने कहा कि मेरीलैंड विश्वविद्यालय के शोध से ये बात स्पष्ट है कि स6पूर्ण स्वास्थ्य के लिए योग एवं एरोबिक ए1सरसाइज का महत्वपूर्ण रोल है।
इस अवसर पर विशेष रूप से ब्रह्माकुमारीज़ के महिला प्रभाग की अध्यक्ष राजयोगिनी चक्रधारी दीदी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि योग वास्तव में आत्मा और परमात्मा के मिलन का नाम है। उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर लोग योग को केवल शारीरिक आसनों तक ही सीमित समझते हैं। योग से हम अपने चित की वृ8िायों को नियंत्रित करते हैं। योग हमें भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है। उन्होंने कहा कि योग से हम आत्मा के शास्वत स्वरूप का अनुभव कर निर्भय बनते हैं। उन्होंने योग द्वारा प्राप्त हुए अपने अनेक अनुभवों को भी सबके साथ साझा किया। डाø अल्का माथुर (अध्यक्ष, आइø एमø एसø गुरूग्राम) ने भी महिलाओं की व्य1ितगत समस्याओं एवं शरीर में होने वाले अनेक परिवर्तनों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए सन्तुलित आहार का होना अति आवश्यक है।
डाø अनीता शर्मा ने शरीर के निर्माण में विटामिन्स के महत्व के बारे में बताया। कार्यक्रम में शिवानन्द योगा केन्द्र से पधारी बहन नन्दिनी ने सभी को अनेक योगासनों का अ5यास कराया। कार्यक्रम में डाø रागिनी अग्रवाल, डाø वन्दना नरूला, डाø निकिता एवं डाø मंजु गुप्ता ने भी स्वास्थ्य स6बंधी अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी। बीø केø सोनिका ने सभी मेहमानों को धन्यवाद व्य1त किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए बीø केø विद्यात्री ने सबको राजयोग का गहन अनुभव भी कराया। कार्यक्रम में ४० वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं ने काफी सं2या में शिरकत की।

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