Dr.M. Arul, Director of Annamalai University , Tamilnadu, Yashwant Rao Chauhan, Sri Umesh Rajderkar from Mukt Vishwavidyalaya, Dr.C. Venkateshwara Rao , Vice Chancellor of Dr.N.T.R.Health University, Joint Administrative Head of Brahma Kumaris Dadi Ratanmohiniji and many other diginitaries were present at the Convocation Ceromony of students taking various value based education and spirituality courses offered by the Education Wing of Brahma Kumaris Rajayoga Education and Research Foundation.
शान्तिवन परिसर के कॉन्फ्रेंस हॉल में दिनांक 28 जनवरी, 2018 को मूल्य शिक्षा और आध्यात्मिकता के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 2017 में उत्तीर्ण विद्यार्थियों का भव्य दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इस दीक्षांत समारोह में अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु के डायरेक्टर डॉ. एम. अरूल; यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय के डायरेक्टर श्री उमेश राजदेरकर; डॉ. एन.टी.आर. हेल्थ यूनिवर्सिटी विजयवाड़ा के वाइस चांसलर डॉ. सी. वेंकटेश्वर राव; ब्रह्माकुमारीज की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉ. दादी रतनमोहिनी जी; ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव और शिक्षा प्रभाग के उपाध्यक्ष ब्र.कु. मृत्युंजय, शिक्षा प्रभाग के नेशनल कोआर्डिनेटर डॉ. हरीश शुक्ल, शिक्षा प्रभाग की हेड-क्वार्टर कोऑर्डिनेटर तथा विख्यात राजयोग प्रशिक्षिका ब्र.कु. शीलू बहन, ब्रह्माकुमारीज दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के डायरेक्टर डॉ. ब्र.कु. पांड्यामणि; मूल्य शिक्षा के हेड-क्वार्टर कोऑर्डिनेटर डॉ. आर.पी. गुप्ता उपस्थित थे। यह समारोह तपस्या धाम से शोभायात्रा के रूप में प्रारम्भ हुआ जिसमें गाउन, क्राउन और मेडल पहनकर विद्यार्थियों का डायमंड हॉल की ओर कदम ताल करता हुआ अग्रसर हो रहा कारवां प्राचीन गुरूकुल शिक्षा प्रणाली की याद को ताजा कर रहा था। संगीत, वाद्य और शिक्षा के संगम से सुसज्जित ब्रह्मावत्सों की यह सरस्वती यात्रा शान्तिवन के परिसर में फरिश्तों के मानो अवतरित होने की याद को ताजा कर रहा था। परिसर का चक्रण करते हुए यह शोभायात्रा कॉन्फ्रेंस हॉल में दीक्षांत समारोह में बदल गई।
इस दीक्षांत समारोह को डॉ. एन.टी.आर. हेल्थ यूनिवर्सिटी विजयवाड़ा के वाइस चांसलर डॉ. सी. वेंकटेश्वर राव ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज समाज के प्रत्येक व्यक्ति को मूल्य शिक्षा की आवश्यकता है। यह महान कार्य प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के शिक्षा प्रभाग कर रहा है। वर्तमान समय में नई पीढ़ी में मूल्यों का जो पतन देखा जा रहा है, वह शिक्षा में मूल्य शिक्षा को सम्मिलित न करने का दुष्परिणाम है। मूल्य हमें जीवन की सच्चाइयों का सामना करना सिखाते हैं तथा परिवार व समाज के प्रति नैतिक जिम्मेवारियों को पूरा करने के प्रति सचेत करते हैं।
अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु के डायरेक्टर डॉ. एम. अरूल ने कहा कि मूल्य शिक्षा ग्रहण करना एक पुण्य का कार्य है क्योंकि यह मनुष्य के मन-मस्तिष्क को मनोविकारों से मुक्त करके जीवन जीने की कला सिखाती है जिससे हमारा जीवन स्वयं तथा समाज के लिए आदर्श बनता है। मानसिक कौशल के साथ मूल्यों का जीवन में समावेश जीवन की स्वीकार्यता को व्यापक बनाता है।
यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय के डायरेक्टर श्री उमेश राजदेरकर ने कहा कि वर्तमान समय में विश्वविद्यालयों द्वारा जो डिग्रियां प्रदान की जा रही हैं, उनका जीवन से सम्बन्ध नहीं रह गया है। वर्तमान शिक्षा विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने में असफल साबित हो रही हैं। इसी कारण से समाज में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। यह अत्यंत हर्ष की बात है कि ब्रह्माकुमारी॰ज द्वारा शिक्षा में मूल्यों का समावेश करने के लिए अनेक पाठ्यक्रम संचालित करने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है।
ब्रह्माकुमारीज की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉ. दादी रतनमोहिनी जी ने आशिर्वचन देते हुए कहा कि मूल्य शिक्षा एक ऐसी पढ़ाई है जो जीवन को ऊंचाई की ओर ले जाती है। मूल्यों से जीवन में प्रेम, शान्ति, शक्ति और पवित्रता आती है जिससे जीवन दिव्य गुणों से परिपूर्ण होता है। दादी जी ने आगे कहा कि आध्यात्मिक शिक्षा से हमारे मानवीय सम्बन्धों में मधुरता आती है और सम्बन्ध तनाव रहित हो जाते हैं। शिक्षा प्रभाग का यह प्रयास बहुत ही सराहनीय है।
शिक्षा प्रभाग के उपाध्यक्ष ब्र.कु. मृत्युंजय ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम दिन है। आज के दिन हम संकल्प करें कि हम अपने अंदर की ईर्ष्या, द्वेष, नफरत और परचिंतन को विदाई देंगे तथा मूल्यों से अपना जीवन को श्रेष्ठ बनाएंगे।
ब्रह्माकुमारीज दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के डायरेक्टर डॉ. ब्र.कु. पांड्यामणि ने कहा कि मूल्य शिक्षा के अध्ययन से हम अपने जीवन को सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं क्योंकि यह हमें सकारात्मक चिंतन की कला सिखाकर तनाव, चिंता, अवसाद और भटकाव से दूर करती है।
शिक्षा प्रभाग की मुख्यालय कोऑर्डिनेटर तथा विख्यात राजयोग प्रशिक्षिका ब्र.कु. शीलू बहन ने मूल्य शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह जीवन को श्रेष्ठ बनाता है। सभी मूल्यों का स्रोत एक परमपिता परमात्मा है जिनसे बुद्धि का योग जोड़ने से हमारे अंदर दिव्यता आती है। उन्होंने राजयोग अनुभूति भी कराई।
शिक्षा प्रभाग के नेशनल कोआर्डिनेटर डॉ. हरीश शुक्ल ने दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने भारत और नेपाल से आये हुए सभी विद्यार्थियों और मंचासीन महानुभावों का स्वागत किया।
मूल्य शिक्षा के मुख्यालय कोऑर्डिनेटर डॉ. आर.पी. गुप्ता ने सभी का आभार प्रकट किया। डॉ. सरिता दास ने मूल्य शिक्षा और अध्यात्म पाठ्यक्रम करने से प्राप्त हुए अनुभव को सुनाया। मंच संचालन ब्र.कु. सुप्रिया बहन ने रमणीक तरीके से किया। इस अवसर पर काउण्सिलिंग एण्ड स्प्रीच्युअल हेल्थ में एम.एससी. पाठ्यक्रम का इस वर्ष से लॉन्चिंग किया गया। कार्यक्रम के अंत में यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय में प्रथम, द्रितीय और तृतीय रैंक में आये हुए विद्यार्थियों को दादी रतन मोहिनी जी द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया.