Madhya Pradesh
"Role of Journalism in creating a Value based Society " event at Sagar Makronia, Madhya Pradesh
Director of Ink Media Institute of Journalism Dr. Ashish Dwivedi, Well known writer and Scientist Dr. Ajay Shukla, Brahma Kumaris PRO, BK Komal were the main speakers of the event “Role of Journalism in creating a Value based Society ” organised by Brahma Kumaris at, Makronia, Sagar District, Madhya Pradesh. BK Saroj, BK Lakshmi, BK Neelam and many other journalists took part in the event, where it was discussed about the importance of giving a new positive direction to Journalism by bringing values and virtues, inorder to create a better world.
पत्रकारिता से दे सकते हैं समाज को नई दिशा
– मूल्य आधारित समाज के निर्माण में पत्रकारिता विषय पर संगोष्ठी आयोजित
-पत्रकारों का शॉल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर किया सम्मान
– माऊंट आबू से पधारे बीके कोमल ने बताए मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के सूत्र
– प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सागर मकरोनिया प्रभाकर नगर सेवाकेंद्र पर आयोजन
08, अप्रैल, सागर। आज पत्रकारिता में बाजारवाद पूरी तरह से हावी हो गया है। गलाकाट प्रतियोगिता और सनसनी खेज का समय चल रहा है। पत्रकारों के ऊपर तमाम तरह के दबाव हैं। इन सबके बीच हम पत्रकारिता के माध्यम से समाज को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं। यही हमारे मूल्य हैं। यदि आज पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी और माखनलाल चतुर्वेदी को सम्मान और गौरव के साथ याद किया जाता है तो उनके उच्च मूल्य, सिद्धांत और अपनी कलम के माध्यम से समाज में बदलाव लाने के कारण।
उक्त उद्गार माऊंट आबू से पधारे ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्यालय पीआरओ एंव पीस ऑफ माइंड चैनल के न्यूज हैड बीके कोमल ने व्यक्त किए। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सागर मकरोनिया प्रभाकर नगर स्थित सेवाकेंद्र की ओर से रविवार को संगोष्ठी एवं पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
मूल्य आधारित समाज के निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका विषय पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में पहले भी चुनौतियां थीं और आज भी हैं लेकिन हमें इन्हीं के बीच अपनी कलम के माध्यम से समाज को सकारात्मक दिशा देना होगी। क्योंकि आज मीडिया पर सभी को आस है। यदि आपका जीवन श्रेष्ठ, मूल्यनिष्ठ और आदर्शवान होगा तो समाज को भी मूल्य दे पाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय बिहेवियर सांइटिस्ट व जाने-माने लेखक, स्तंभकार डॉ. अजय शुक्ला ने कहा कि समाज के मार्गप्रदर्शकों ने अपनी सुविधानुसार और स्वार्थी सिद्धी के चलते वेद-शास्त्रों और गं्रथों में से नकारात्मक बातों को निकालकर समाज में फैला रहे हैं जो लोगों को भटकाव की ओर ले जा रहा है। मनुष्यता खत्म हो रही है और ऐसी बातों को मीडिया बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है जिससे समाज में और नकारात्मक माहौल बनता है। इसकी जगह समाज में घट रही सकारात्मक घटनाओं को अपनी कलम के माध्यम से बढ़ावा दें तो समाज में जहां मूल्यों को बढ़ावा मिलेगा वहीं लोगों में आशा का माहौल बनेगा।
आत्मा को सशक्त बनाना होगा
डॉ. शुक्ला ने कहा कि हमारे अंदर दूसरों के प्रति शुभ भावना, शुभ कामना, श्रेष्ठ विचार और संकल्प तभी आएंगे जब हमारी आत्मा सशक्त होगी। राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास से हमारा मन सुमन और निर्मल बन जाता है। मन निर्मल होने से जहां हमारे संकल्प पवित्र होते हैं वहीं दूसरों के प्रति कल्याण का भाव जागृत होता है। इससे जीवन में मूल्यों का संचार होता है। पत्रकार जब मानसिक रूप से सशक्त, मजबूत और आत्मबल से ओत-प्रोत होगा तभी वह समाज के लिए कुछ दे पाएगा।
मूल्यों को लेकर करें पत्रकारिता
इंक मीडिया इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म के डायेरक्टर डॉ. आशीष द्विवेदी ने कहा कि पहले के समय में राजनीति और पत्रकारिता की जुगलबंदी हो जाए, मित्रता हो जाए तो समझा जाता था कि कहीं न कहीं गड़बड़ है। जब नेता एक रिपोर्टर की बुराई करता हो कि वह गड़बड़ है तो माना जाता था कि पत्रकारिता जिंदा है। लेकिन जब एक नेता एक रिपोर्टर की तारीफों के पुल बांधने लगे तो इसका संकेत है कि कहीं न कहीं पत्रकारिता खत्म हो चुकी है। कुछ समय बाद चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में पेड न्यूज, बांटेड न्यूज कई तरह की खबरें आएंगे, इन स्थितियों में यदि हम अपने मूल्यों के साथ पत्रकारिता करते हैं तो सही मायने में यही आदर्श पत्रकारिता है।
सागर सेवाकेंद्र की संचालिका बीके छाया दीदी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि यदि पत्रकारों में मूल्य हैं तो वह पूरे समाज को मूल्यनिष्ठ बना सकते हैं और सही दिशा दे सकते हैं। खुरई सेवाकेंद्र की संचालिका बीके किरण दीदी ने कहा कि संस्था की स्थापना वर्ष 1937 में दादा लेखराज ने की थी। संस्था का शुरू से ही उद्देश्य नैतिक मूल्यों की पुर्नस्थापना रहा है। आज संस्थान द्वारा भारत के प्राचीन राजयोग और आध्यात्मिकता की शिक्षा विश्व के कोने-कोने में दी जा रही है।
राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति कराई
बीके लक्ष्मी बहन ने राजयोग मेडिटेशन के द्वारा आत्मानुभूति कराई। उन्होंने कहा कि अपने मन में सदा श्रेष्ठ संकल्प रखें। रोजाना दस मिनट निकालकर प्रभु स्मरण करें कि मैं एक बहुत ही आदर्शवान और मूल्यनिष्ठ पत्रकार हूं। मेरा जन्म समाज को नई दिशा देने और लोगों के कल्याण के लिए हुआ है। मेरे कंधों पर समाज के नवनिर्माण की जिम्मेदारी है। संचालन करते हुए बीके नीलम बहन ने इस संगोष्ठी का लाभ लेने और पत्रकारिता के नए मापदंड स्थापित करने का आह्नान किया। आभार बीके सरोज दीदी ने माना। इस मौके पर डॉ. अशोक पन्या, वरिष्ठ पत्रकार पंकज सोनी, यूटीडी पत्रकारिता विभाग के प्रो. डॉ. राकेश शर्मा, टीकमगढ़ से आए वरिष्ठ एडवोकेट रघुवीर सहाय चौबे सहित बड़ी संख्या में शहर सहित जिलेभर के पत्रकार उपस्थित रहे।